Saturday, 30 July 2011

शब्द

शब्द - १


शब्द ,
भीतर थे कहीं 


पर 


तुमसे मिलकर ,
शब्द ,
बनकर गीत 
गूंजते हैं 
आकाश में 




शब्द - २ 


शब्द ,
केवल  शब्द 
नहीं होते


एक शब्द के
होते हैं,
कई अर्थ 


शब्द ,केवल 
अर्थों के लिहाज़ से,
 होंगे तुम्हारे लिए   


मेरे लिए तो 
शब्द है............


ढेर सारी सम्भावनाएं 




२१-०१-२०११ 



2 comments:

  1. Nice 1... mer paas bhi shado ki kami si hai ...

    whatever u write has depth .

    keep it up

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